Posted on Sept. 16, 2020, 8:33 a.m.
लहसुन और प्याज का बीज एवं भूमि उपचार!
लहसुन और प्याज को बीज तथा भूमि जनित रोगों से सुरक्षित रखने के लिए बीजो का उपचार करना बहुत ही ज़रूरी है। इसके लिए किसान भाइयों बुवाई करने से पहले निम्न प्रकार से बीजोपचार करना चाहिए। मिट्टी उपचार- 2.5 kg प्रति हेक्टेयर ट्राइकोडर्मा विरिडी को लगभग 60 से 70 kg गोबर की खाद में मिलाकर लगभग 8 से 10 दिन तक हल्की नमी बनाये रखे तथा इसे छाया में रखने के उपरान्त बुवाई से पहले आखिरी जुताई के समय मिट्टी में मिला देना चाहिए तथा साथ में 200 kg नीम खली का भी प्रयोग भी करना चाहिए। बीज उपचार- बुवाई से पूर्व कलियों को ट्राईकोडर्मा 5 ग्राम प्रति एक किलोग्राम बीज के हिसाब से बीजोपचार कर बुआई करना चाहिए।
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